रविजी ने दैनिक भास्कर की ये कटिंग भेजी है। रविकांत का यह लेख महिला ब्लॉगरों के संयुक्त प्रयासों पर आधारित है। स्थान, शब्दसीमा आदि के बंधन को ध्यान में रखें तो लेख हमें ठीक लगा। इस मायने में भी कि यह इससे पहले शायद किसी एक ही ब्लॉग पर आधारित लेख नहीं छपे थे। रविजी व रविकांत ओझा का पुन: शुक्रिया।